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जहाँ राम की चर्चा होती, आता बजरंग बाला: भजन

Ninth working day of your lunar thirty day period is known as Navami. Goddess Ambika is definitely the presiding deity of today. The working day is greatest for killing enemies, violence and functions of destruction. No auspicious ceremony and journeys really should be executed on Navami. 

जिसमे हिंदी माह, पक्ष, तिथि, दिन, तारीख आदि शामिल है.

In accordance with the Hindu calendar, know the today tithi. This day is in accordance with the time of eight o'clock from the Indian money Delhi.

यह हिंदू पंचांग की चौथी तिथि है. पूर्णिमा के बाद और अमावस्या के बाद, इस प्रकार यह मास में दो बार आती है. इसे खला के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस तिथि में शुरू किए गए कार्यों का विशेष फल नहीं मिलता है. इस तिथि के स्वामी प्रथमपूज्य गणपित है.

इसमें विश्‍वेदेवो की पूजा करने से भक्तों को धन, समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है.

आशा करती हूँ की मेरे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी और अब आपको पता चल गया होगा की जून माह में कल की तिथि क्या है और इस महीने में शुक्ल पक्ष व कृष्ण पक्ष तिथि कके दिन कौन सा दिन है.

मेरे हनुमान का तो, काम ही निराला है: भजन

मित्रता करने , कामुक सुख की प्राप्ति और उत्सव मनाने के लिए यह तिथि उत्तम है। इस दिन पर कामदेव का स्वामित्व है।

on our have without consulting a Pandit. There are seven key Horas in a single working day. These Horas go in the cyclic rotation throughout the day. The Hora Chakra charts their actions and gives an accurate description on the blessed time For brand new beginnings.

इसी प्रकार नंदा को शुक्रवार, भद्रा को get more info बुधवार, जया को मंगलवार, रिक्ता को शनिवार तथा पूर्णा को गुरुवार हो तो तिथि को सिद्धा कहा जाता है। गुरुवार को पड़ने वाली तिथि कष्टकारी योग बनाती है। इसके अंतर्गत किए गए कार्य जातकों को हानि पहुंचाती है। इसी प्रकार चैत्रमास में दोनों पक्षों की रिक्ता तिथि नवमी, ज्येष्ठ मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी, कार्तिक मास में शुक्लपक्ष की चतुर्दशी, पौषमास में दोनों पक्षों की चतुर्थी, फाल्गुन मास में कृष्णपक्ष की चतुर्थी, शून्य तिथियां होती हैं। इन तिथियों में शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

इस टेबल में तारीख, तिथि और वार से जुड़ी सभी जानकारी दी गई है.

इसलिए आज भी अधिकतर लोग किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को करने से पहले शुभ मुहूर्त देखते है जिसके लिए पंचांग और चौघड़िया का इस्तेमाल किया जाता हैं जिसमें आपकों प्रत्येक दिन के बारे में विस्तार से बताया जाता हैं तथा शादी-विवाह जैसे शुभ कार्य को करने के लिए भी पंचांग व चौघड़िया का सहारा लिया जाता हैं।

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।

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